Friday, 27 February 2009

देश खतरे में---युवा आगे आओ

मैं इस बार फ़िर राजनीति पर ही भों-भों करूँगा ,खासकर भारतीय राजनीति पर। माकूल माहौल भी है और मिजाज भी फ़िर कैसे मौका गवाऊं। मैं जब से भारतीय राजनीति को समझा ,तब से यही अहसास होता रहा की यह क्षेत्र गंदगियों का अम्बार हैजहाँ समाज की तमाम गन्दगी इकट्ठी हुई है । मुझे लगा की यह सिर्फ़ मेरी अपनी राय है किंतु नहीं ,यह हर उस परिवार या समाज की राय है जो अपने भविष्य को लेकर स्वर्णिम सपने गूंथते हैं।लोगों का कहना या समझना यही है की राजनीति ही वो क्षेत्र है जहाँ से तमाम ग़लत कार्य संपादित किए जाते हैं। आतंकवाद,उग्रवाद भ्रष्टाचार,नरसंहार,स्मगलिंग ,चोरी-डकैती आदि कार्यो का रिमोट कंट्रोल इसी फिल्ड में रहता है.वैसे इंदिरा,राजीव,अटल,सिंधिया,जय प्रकाश जैसे हस्तियों के कार्यों से यह क्षेत्र निश्चित तौर पर ख़ुद पर स्वाभिमान करता होगा लेकिन ऐसे सैकड़ों राजनेता यहीं पर हैं जो सामाजिक रणनीतियां तय करते हैं और उनकी यही रणनीति समाज को कमजोर करती है ,तोड़ती है।
बेरोजगारों की लम्बी फौज को देखने से मालूम होता है की हम किस दिशा की ओर जा रहे है। युवा पीढी हमेशा ही कलक्टर,एस पी.डाक्टर,इंजीनियर ऍम बी ऐ ,या कोई तेच्नीकल कोर्स कर मल्टी नॅशनल कंपनी ज्वाइन करने की बात करते हैं या कैरियर बनाने में लगे हुये हैं.बच्चे या अभिभावक,माता-पिता सभी अपने बच्चों की कैरियर के प्रति सजग और सक्रिय हैं ,पर कोई भी नहीं चाहता की उनका बच्चा का कैरियर राजनीति हो .एक कहावत है की यदि आपको दुश्मनी निकलना हो तो किसी को चुनाव में खड़ा करा दो,ख़ुद -ब-ख़ुद बर्बाद हो जाएगा.ये आम धारणा है पर खास लोगो ,जिन्हें राजनीति विरासत में मिली है उनके लिए तो दूसरा कोई फ़ील्ड नागवार ही है ।
............................ लेकिन अब युवा पीढी को अपने से ,अपने स्वार्थ से ऊपर उठाकर राजनीति को अपना कैरियर यानि सर्विस फ़ील्ड बनाना ही होगा.आज अपने सोच-विचार को बदलने की ज़रूरत है .देश को ,समाज को, राज्य को, यहाँ तक की अपने घर को सुंदर,स्वच्छ और सुखद बनाना का सपना यदि युवा पीढी संजोयी है तो उन्हें इन सपनों को साकार करने के लिए राजनीति में आना ही होगा आप युवा अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते ......जब तक पढ़े-लिखे, विचारवान,समझदार,संवेदनशील लोग राजनीति में नहीं आयेंगे,तबतक इस देश का हाल बेहाल बना रहेगा .भाई-भाई को मारेगा,क्षेत्रवाद के नाम पर लोग निर्दोषों को मारेंगे .हर रोज समाज टूटेगा ,परिवार बिखरेगा,राष्ट्र कमजोर होगा.देश के दुश्मन, विभिन्न बहानों से हमें मारेंगे पीटेंगे,नोचेंगे .दस की संख्या में आकर करोड़ों को परेशां करते रहेंगे ......तो दोस्तों आप भी युवा पीढी को प्रेरित करने के लिए भों-भों भों -भों-भों करते रहो हम तो करन्गे ही -------भों-भों-भों-भों-भों-भों-भों- !!!जय भारत,जय युवा !!!

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