लूमर आज माफ़ी मांगते हुए लुमरईकरने के लिए लाचार है। लूमर लाचार है.... भला लूमर भी लाचार हो सकता है। अजीब प्रश्न है लेकिन लूमर लाचार है ,क्योंकि धर्म के ठीकेदारों अर्थात धर्मगुरुओं ने अभी तक चाँद मोहम्मद पर फतवा जारी नहीं किया .क्यों फतवा नहीं और यदि कोई यही कारस्तानी की होती तो अब तक अनेक संगठन अपना फतवा जारी कर दिए होते । ये तो सरसार ज्यादती है।
चाँद मोहम्मद उर्फ़ चद्रमोहन.......chand को एक लड़की से मोहब्बतहोता है ,बेचारा शादीशुदा चाँद ,फिजा की खूबसूरती पर फ़िदा हो अत और फ़िदा को पाने के लिए दिमाग चलाता जैसा। वाह , बड़े लोगों की बड़ी बातें। धर्म परिवर्तन कर बन है हिंदू से musalman, कर लेता है dusari shadi। पर नही इतने से भूख नही mitti.......एक दिन achanak gayab हो jata है अपनी फिजा के पास से....और ja girta है फ़िर से pahli पत्नी की गोद me॥ वाह वाह का बात है.......जैसे की दोनों ही khilouna हो आपके लिए। iisse मन भरा तो ooske पास, oosse भरा तो इसके पास। और हमारा समाज दूर खड़ा tali पीट रहा है। चाँद जी आपने कितना हंगामा machaya था , इसी फिजा के लिए , tab पत्नी के aanshu नही दिखे? आज फिजा के aanshu नही दिख रहे। आप जैसे लोगो ने ही aurato को bhogya बनाया है.......ये हैं नेता , जिनका कोई चरित्र ही नही। ओ samaz के thekedaron , kaha है आपका fatwa ? या sonch kund हो गयी है? .... क्या कर रहे हो आप ? उस चाँद ने फिजा को भी धोखा दे कर छोड़ दिया akele रहने को ...?पर नही tumsabka charitra भी तो उसी के jaisa है । या अल्लाह ,अब तू ही कुछ कर ... कम से कम इन्हें sadyabudhi तो दे ही दो.........
Thursday, 5 February 2009
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1 comment:
dher bhashanbaaji bhail ab ho gaeel.
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