Tuesday, 19 May 2009

अमल जैन कहीं रावण तो नहीं !राम का जन्म हो चुका है

आज तो मैं लुमरई रूँगा....माफ़ कीजिएगा अमल जी ,बारी आपकी ही है।पिछले डेढ़ साल से आपने बिहार-झारखण्ड के पत्रकारों के बीच एक खौफ का वातावरण पैदा कर दिया है ,आपके न्यूज़ चैनेल ३६५ दिन के एक भी स्टाफ चैन से एक दिनभी नहीं जीया है. आपकी नीतिओंने तो कई को जेल भी डाल दिया है ,कई बार आपके खिलाफ आवाजे उठी पर मालिक के द्वारा दबा ही दी गई। मुझे तो लगता है की आप रावण की तरह अमर हो होकर जन्म लिए हैं ....अरे रे.रे.रे.रेरेरेरे ,ये मै क्या लिख दिया !आपकी तुलना विद्वान रावण से कर दिया ,हे ईश्वरमाफ़ करना .एक नापाक की तुलना रावण से कर दिया .....लिकिन क्या करता जैसे रावण को मारने के लिए उसकी नाभि नहीं मिल रही थी वैसे ही अमल जैन के शोषण को समाप्त करने के लिए इसकी भी नाभि नहीं मिल पा रही है।
कहा जाता है की ईश्वर के घर देर है ,अंधेर नहीं.......वध होगा ,जैसे देश को स्थाई सरकार मिल गयी है उसी तरह पोद्दार ग्रुप के रांची से प्रसारित न्यूज़ चैनेल ३६५ दिन को भी स्थाई सी ई ओ मिलेगा ,यहाँ भी राम राज आएगा ,रावण तेरा वध अवश्य ही होगा। रावण तेरी लीला समाप्त हो गयी है ,राम का जन्म हो चुका है .......आज हर शोषित पत्रकारों के अंदर राम जन्म ले चुके हैं ......सावधान .....तेरा कालनिश्चित है .......... .!

Wednesday, 13 May 2009

बाल पत्रिका "आईना" का दूसरा अंक बाज़ार में

बच्चों के कलम से निकलनेवाली बाल पत्रिका आईना का दूसरा अंक बाज़ार में आ गया है।इस पत्रिका की खास बात यही है की यह पत्रिका विशुद्ध रूप से बाल पत्रिका है जिसमें बच्चे अपनी बातों , विचारों को बेवाक होकर लिखते हैं .यहाँ तक की ये लोग किसी खास लोगों का इंटरव्यू तक लेते हैं.इस अंक में भोजपुर के पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार का इंटरव्यू लिए हैं। कहानियाँ,कवितायें ,लोककथाएं, अंधविश्वास के खिलाफ खुलकर अपनी बातें रखना ही आईना को और बाल पत्रिकाओं से अलग रखता है. बच्चे इस पत्रिका में ख़ुद को हवा की तरह स्वतंत्र महसूस करते है.ऐसा लगता है जैसे उन्हें अपना संसार मिल गया है जहाँ वो अपनी भावनाओं को अभिव्क्त करने में ज़रा भी झिझक नहीं होता। बाज़ार में लाने की कोशिश तो हुईहै देखना है की बच्चों की बातें बड़ों पर कितना प्रभावी होती है। आईना से कोई भी बच्चा जुड़ सकता है ,बस उन्हें अपनी बातें कार्टून,पेंटिंग,कहानी,न्यूज़,कविता आदि के रूप में लिख भेजना है.
यह आईना बिहार के छोटे शहर आरा से यवनिका संस्था के सहयोग से निकलती है जिसके 12000 सालाना ग्राहक हैं.इस पत्रिका का मकसद बच्चों को जागरूक बनाना साथ-ही-साथ समाज के हर आयामों से वाकिफ कराना भी है .आईनाके संपादक स्वयम्बरा है जिसे बच्चे दीदी कहते हैं .

Friday, 8 May 2009

कहानी न्यूज़ चैनेल ३६५ दिन की, हाय रे मिडिया

- अमल जैन का बर्ताव कितना घटिया है इसका पता अब उसके खासमखास लोगों को भी चल गया है. चैनल से सारे कोम्पेतेंत लोगों को निकाल देने के बाद उसने चैनल चलाने के लिए अपने साले, साली, बहनोई, बेटी,विफे ,ममेरा भाई, सगा भाई के आलावा मातृ ३-४ ख़ास लोगों को ही चूरा था, जो उसके एस मन थे. लेकिन चुनाव के दौरान जिन लोगों ने अमल की ओरे से सारे झारखण्ड में पसीना बहा कर कान्दिदातेस से अमल के लिए ६४ लाख की रिश्वत बटोरी थी, उन्हें भी अमल ने नहीं चोर. इन-पुट हेड रीतेश सर्रक को अमल पहले से तै की गयी कमीशन देने से मुकर गया. जब उसने कमीशन देने पैर ज्यादा जो़र दिया तो झगरा बढ़ गया और इन दिनों रीतेश सर्रक काम पैर नहीं आ रहे हैं. अमल ने रीतेश को पहले से तै कमीशन देने के बजाई उसके बारे में उलटा-सीधा प्रचार शुरू कर दिया है. अमल कह रहा है की रीतेश चुनाव में पैसा वसूल कर खा गया है.

२- ठीक इस्सी तेरह अमल ने
अलोक रंजन को इतना जलील कर दिया के उसने वापास गिरिडीह जा कर घर बैठना ज्यादा बेहतर समझा. सबको पता है के अलोक रंजन पहले वहाँ फिल्ड रिपोर्टर था और अमल व रीतेश का खासमखास था. सभी को निकलने के दौरान अमल ने अलोक रंजन को यह सोअच कर रांची बुला लिया थके अलोक भी ह र मेनेजर अ.वहाब की तेरह ही बेगैरत और बहिया इंसान है और रोअज़ १००-१०० गाली खा कर भी उसकी हाँ में हाँ मिलाता रहेगा.मगर अलोक रंजन गैरतमंद निकला और अमल के मुंह पैर रेसिग्न मार आकर चलता बना.

३- अब सिटी रिपोर्टर नीतेश रंजन के बात-- उसने जब वसूली राशिः में से कमीशन मांगने वालों का हाल देखा तो वो अपनी वसूली राशिः का कमीशन भूल गया. अमल ने ख़ुद जितना दिया , उसने चुपचाप जेब में दाल लिया. अज नीतेश एक्टिंग इनपुट हेड का काम संभाल रहा है.

४- ब्राडकास्टिंग डिपार्टमेन्ट के एइज़ज को अमल बिना कारण दो-दो बार सुस्पेंद कर चुका है.ऑफिस में अमल ने खुले आम कह दिया है की उसे वो यहाँ काम नहीं करने देगा. ये सारी कर्र्याही मुंह जुबानी है.कोई लिखित आर्डर एइजाज़ को नहीं दिया जाता है.

५-इ को ले कर ही झ चुनाव की वसूलार्खंड के १४ फिल्ड रिपोर्टर काफ़ी गुस्से में हैं. जिस जिस ने कमीशन माँगा उसी को गालियाँ दी गयीं. कुक्क कोतो सुस्पेंद कर दिया गया और ऐसे सभी जगहों के फिल्ड रिपोर्टर्स के लिए टिककर पैर ही वाकान्क्य चला दी गयी.

६- अमल ने रांची ऑफिस के एक ड्राईवर संजय को भी बिना कारन नौकरी से निकाल दिया. उसकी गलती ये थी की जब ऑफिस के ही एक अन्य ड्राईवर राज ने बार ही खतरनाक एक्सीडेंट कर दिया तो संजय ने अमल की बात नहीं मानी और इस एक्सीडेंट को अपने उप्पेर नही लिया और अपना लाइसेंस नहीं जमा किया. अमल को किसी निर्दोष ड्राईवर को फंसाने का क्या हक़ है.

७- अमल ने अपने सगे भाई अखिल जैन को फ़िर डेल्ही में रिपोर्टर रख लिया है. जिसकी पेर्मिस्सिओं ह.ओ. से लेने की ज़रूरत अमल ने नहीं समझी. अखिल इस से पहले डेल्ही में स्क्रैप ( कबरी) का काम करता था. ०७ माय को - जिस दिन के आखरी चरण के चुनाव थे अखिल दिल्ली से बार बार फोनों दे रहा था. उससे सुन सुन कर दर्शक ही नहीं ३६५ दिन में काम करने वाले लोअग भी अपने बाल नोअच रहे थे. अब एक कबरी जब सीरियस पॉलिटिकल मालों पैर फोनों देगा तो और क्या होगा ?
- ३६५ दिन लॉन्च कर पोद्दार ग्रुप झारखण्ड-बिहार का कोई भला कर पाया या नहीं, लेकिन बेरोअज्गार लोगों के पूरे खानदान को रोअज्गार देने का पुण्य ज़रूर कमाया . अमल, उसकी पत्नी, साला, साली, बहनोई, सगा भाई, बेटी, ममेरा भाई और कई रिश्तेदार फिल्ड रिपोर्टर्स-- सभी को रोअज्गार मिला . वोह भी मीडिया में !!! ख़ुद अमल , जिसके उप्पेर १८ घिनौने क्रिमिनल केसेस है , चैनल लाने के पहले एक खातर स्कूतरे पैर पिछले कई सालों से धक्के खा रहा था और कोई उसे स्ट्रिन्गेर रख्नेको भी तैयार नहीं था.वैसे अमल के सारे रिश्तेदार अल्रौंदर हैं. कैंटीन इन्चार्गे कैंटीन में समोसे टालते-टालते अचानक मके-उप रूम में किसी के आ जाने पैर तुंरत मके-उप भी करने लगती हैं. वाह !


९- इन दिनों अमल ने लोगों से यह बोलना शुरू कर दिया है की उसे हेड ऑफिस या पोद्दार जी भी चैनल से नहीं निकाल सकते हैं. अब ये बात कितनी सही है ये तो या तो अमल जाने या ह.ओ. वाले. लेकिन ये हकीकत है की अमल अभी और इससे वखत सीईओ की कुर्सी से हट कर जेल पंहुच सकता है. क्योंकी आदरणीय चेयरमैन ही अमल और हम लोगों के बीच अभी तक दीवार बने खरे है और हम लोगों ने उनसे प्रेस कांफ्रेंस कर के अमल के सारे क्रिमिनल केसेस का इत्तिहास सार्वजनिक करके झारखण्ड पुलिस से उसे बी.क./घोषित अपराधी घोषित करने और उसे बंद करने के कारवाही शुरू करने की पेर्मिस्सिओं मांगी हुई है. हम अभी कुछ दिन और पेर्मिस्सिओं का इन्तिज़ार करंगे. सारे कागज़ात तैयार हैं , सिर्फ़ फाइल करना बाकी है जो एक फ़ोन पैर ही वकील कर देगा.दिल्ली में अमल जैसे हजारों ४२० सरकों पैर घूमतें है और हम ऐसे दो-चार ४२० रोअज़ निबटाना जानते हैं. बस एक बार रेस्पेक्टेद चेयरमैन हमें पेर्मिस्सिओं तो दें. इद्धेर झारखण्ड पुलिस भूखे भेरियों की तेरह अमल को नोअच नोअच कर खाने को बेताब बैठी है.


१०- उप्दतेद लिस्ट ऑफ़ सीरियस क्रिमिनल केसेस अगेंस्ट अमल जैन :-

अमल के ख़िलाफ़ केसेस की एक झलक:

१- मर्डर केस
पुलिस स्टेशन:
निमिअघट

२- रैप केस
पुलिस स्टेशन
डुमरी

३-मर्डर केस
पुलिस स्टेशन
डुमरी

४- त्रेअसुरी लूट कांड
पुलिस स्टेशन
गिरिडीह
( ओने ऑफ़ थे सेवेन लूट अच्कुसेद, फ़िर लोद्गेद बी कमिश्नर हिम्सेल्फ़)

५- चेअटिंग/४२० केस
पुलिस स्टेशन
रांची
( कोल्लेक्टेद ५०,००० & १,००,००० एकाच फ्रॉम मोरे थान ४० पेरसोंस
प्रोमिसिंग तो अप्पोंत थेम कोर्रेस्पोंदेंत ऑफ़ जैन सॅटॅलाइट टीवी, बुत फैलेद तो दो सो.

६-फोर्गेरी केस
हज़रिबघ
केस नो. ४/२००६ दतेद ०७-०८-२००६

7- FORGERY CASE
HAZARIBAGH
CASE NO. TR 358/2008

8- CASE U/S I.P.C. 499 & 500
RANCHI


9- HTN CASE
GIRIDIH
( FLOATED A FRAUD COMPANY NAMED HTN- HINDUSTAN TELEMEDIA COMM.
OFFICE SITUATED AT 1ST FLOOR, BARA CHOWK, POLICE LINE MORE,
GIRIDIH AND EXTORTED MORE THAN 10 LACS FROM INDUSTRIALISTS AND
BUSINESSMEN AND FLED AWAY )

10- BHARATVARSHIYA DIGAMBAR JAIN SOCIETY CASE
MADHUBAN, PARASNATH
GIRIDIH
( BEING ORGANIZATION SECRETARY OF THIS ORGANISATION, COLLECTED MORE
THAN 12 LACS FROM VARIOUS JAIN ORGANIZATIONS OF INDIA AND THEN FLED AWAY )

11- MAAR-PEET/GUNDAGARDI/DANGA CASE
GIRIDIH

12- MAAR-PEET/GUNDAGARDI/ DANGA CASE
RANCHI

13- JAAN SE MAARNE KEE DHAMKEE
POLICE STATION- SADAR, RANCHI

14-ANTI NATIONAL ACTIVITIES CASE
RANCHI

15-CABLE OPERATOR RAJU BHATIA KE GHAR HAMLA,MAARPEET,
APHARAN KEE KOSHISH,JAAN SE MAARNE KE DHAMKI
POLICE STATION:BARIATU

16- CHAIN SNATCHING CASE
CO-ACCUSED: BROTHER & HIS WIFE

Thursday, 7 May 2009

कारनामा न्यूज़ चैनेल के सी ई ओ का

दोस्तों , यह उन पत्रकारों की खबरे है जो ३६५ दिन के सी ई ओ द्वारा शोषित हैं ---उनके रिपोर्टो को आपके सामने लेन की एक कोशिश .कृपया आप अपना मंत्ब्या ज़रूर दें
१- आखिरकार अमल का ब्रोठेर-इन-लव आशीष और राजदेव पाण्डेय पटना और बिहार के अन्य हिस्सों के तूफानी दौरे से लौट आए हैं. वे वहां लोकसभा चुनाव के प्रत्याशिओं से रुपया वसूली अभियान पैर गए थे. मगर उन्हें वहाँ झारखण्ड जैसी सफलता नहीं मिली .क्योंकी ३६५ दिन बिहार में कहीं भी नज़र नहीं आता. जिन ४ जिलों में ये है , वहाँ भी शहर के मातृ ३०% हिस्सों में. वोह ई ६०-६५ से ऊपर के नम्बर पैर- जो काफ़ी धुन्दला दिखाई देता हा. झारखण्ड में तो अमल ने चुनाव में ६४ लाख से ज्यादा रुपैया अपनी जेब में दाल लिया. लेकिन बिहार में आशीष और राजदेव करी म्हणत और बिहार के फिल्ड/ब्यूरो रिपोर्टर्स को न्यूज़ देने से रो़कने के बावजूद मातृ १९ लाख अमल के लिया ले कर आए हा
- अब रहा सवाल की चैनल के लिए वे क्या लाये? तो आपको बता दें के वे कंपनी के लिए लाखों के ऐसे अद्वेर्तिसेमेंट ले कर आए हैं जिनका भुगतान कभी नहीं होना है. दरअसल आजकल अमल ने अपने ब्रोठेर इन लव आशीष और अपने मार्केटिंग डिपार्टमेन्ट के एक ख़ास चमचे की मदद से ऐसे विग्यपानों का ढेर लगा देने की स्चेमे चला राखी है जिनकी पेमेंट आन ही नहीं है. ओकी ये अड़ जाली यानि फर्जी र.ओ. और कभी न कैश ओने वाले प.डी.क. के दम पैर बुक हो रहे हैं . मकसद है हेअदोफ्फिस ओ ये बताना की अब अमल की टीम अड़ भी बुक करने लगी है.लेकिन बिज़नस सिर्फ़ उसी को माना जाता है जितना नगद पैसा अकाउंट में आता है. ये शायद अमल नहीं जनता.


३- चैनल के रांची स्थित दफ्तर और स्टूडियो की बिल्डिंग के कोन्स्त्रुक्शन अमल ने क्या गुल खिलाएं हैं, ये पहले ही बताया जा चुका है. आज रांची में कुछ देर के लिए मौसम की पहली बरसात हुई. मगर एडिट बी, न्यूज़ रूम , स्टूडियो, मकर-पकर सब कुछ खतरे में पर गए क्योंकी छतों से पानी रिस-रिस कर मंहगे ऊईंण्ट्श्र के लिए खतरा बन गया. खतरा तो यहाँ के सैकरों कर्मचारिओं की जान तक को हो सकता है. यदि पूरी बिल्डिंग ई चाट को उखार कर दोबारा नईं बनाया गया. पूरी बरसात ऐसे कैसे निकलेगी , यह सोअच कर ही चैनल के कर्मियों के रोंगते खरे हो जाते हैं.

४- इन दिनों इन्टरनेट पैर अमल कुमार जैन के कारनामो की धूम मची है. ऐसी दर्ज़नों न्यूज़ साइट्स पैर ये कारनामे चमक रहे हैं जिन पैर हज़रून क्लिक रोअज़ लग रही हैं. ब्लॉग और गॉसिप वेबसाइट्स पैर अमल की नीचता के कारनामों पैर देश हर के पत्रकार चाट करतें हैं और उसके नाम पैर बार-बार थूकते हैं. आप भी इस तेरह की दो-चार साइट्स का मजा लें. सिर्फ़ नीचे दिए गए लिंक्स पैर बारी-बारी क्लिक करें:-






५- उप्दतेद लिस्ट ऑफ़ सीरियस क्रिमिनल केसेस अगेंस्ट अमल जैन :-

अमल के ख़िलाफ़ केसेस की एक झलक:

१- मर्डर केस
पुलिस स्टेशन:
निमिअघट

२- रैप केस
पुलिस स्टेशन
डुमरी

३-मर्डर केस
पुलिस स्टेशन
डुमरी

४- त्रेअसुरी लूट कांड
पुलिस स्टेशन
गिरिडीह
( ओने ऑफ़ थे सेवेन लूट अच्कुसेद, फ़िर लोद्गेद बी कमिश्नर हिम्सेल्फ़)

५- चेअटिंग/४२० केस
पुलिस स्टेशन
रांची
( कोल्लेक्टेद ५०,००० & १,००,००० एकाच फ्रॉम मोरे थान ४० पेरसोंस
प्रोमिसिंग तो अप्पोंत थेम कोर्रेस्पोंदेंत ऑफ़ जैन सॅटॅलाइट टीवी, बुत फैलेद तो दो सो.

६-फोर्गेरी केस
हज़रिबघ
केस नो. ४/२००६ दतेद ०७-०८-२००६

७- फोर्गेरी केस
हज़रिबघ
केस नो. त्र ३५८/२००८

८- केस उ/स इ.प.क. ४९९ & ५००
रांची

९- हतं केस
गिरिडीह
( फ्लोअतेद अ फ्रौड़ कंपनी नामेद हतं- हिंदुस्तान तेलेमेडिया कम.
ऑफिस सितुअतेद अत १श्र्ट फ़लूर, बार चौक, पुलिस लाइन मोरे,
गिरिडीह एंड एक्स्तोर्तेद मोरे थान १० लक्स फ्रॉम ईण्डूश्र्टीआळीश्र्ट्श्र एंड
बुसिनेस्स्में एंड फ्लड आवे )

१०- भारतवर्षीय दिगंबर जैन सोसाइटी केस
मधुबन, पारसनाथ
गिरिडीह
( बीइंग ओर्गानिज़शन सेक्रेटरी ऑफ़ थिस आरगेनाइजेशन, कोल्लेक्टेद मोरे
थान १२ लक्स फ्रॉम वरिओउस जैन ग़ँईआटीण्श्र ऑफ़ इंडिया एंड थें फ्लड आवे )

११- मार-पीट/गुंडागर्दी/दंगा केस
गिरिडीह

१२- मार-पीट/गुंडागर्दी/ दंगा केस
रांची

१३- जान से मारने की धमकी
पुलिस स्टेशन- सदर, रांची

१४-एंटी नेशनल अच्तिवितिएस केस
रांची

१५-केबल ओपेरटर राजू भाटिया के घर हमला,मारपीट,
अपहरण की कोशिश,जान से मारने के धमकी
पुलिस स्टेशन:बरिअतु

१६- चैन स्नात्चिंग केस
सीओ-अच्कुसेद: ब्रोठेर & हिस विफे

१७- फॅमिली रुन्निंग अ उन्रेगिस्तेरेड/उन्रेकोग्निसेद
& इल्लीगल स्कूल अत डुमरी, स्टेशन रोड, गिरिडीह

१८- सीरियस क्रिमिनल केसेस अगेंस्ट रेलातिवेस ऑफ़ अमल एंड तवो
एम्प्लोयीस वैरी क्लोसे तो हिम वोर्किंग इन ३६५ दिन
अगले बुलेटिन के साथ ज़ल्दी ही मिलेंगे, तब तक के लिया अग्ग्य देन.

३६५ दिन परिवार के हम सुब सदयस्य !!


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ज़रूरी श्र००ःणा

क्या आप भी अमल जैन की जालसाजी, घिनौनी हरकतों , गन्दी साजिश अथवा बेलगाम जुबां का शिकार हुई हैं ? आप बिना कारन निकाल दिए गए हों अथवा मजबूरी में हर रोअज़ ज़लालत सहते हुए काम करने को मजबूर हैं. अब घुट-घुट कर जिल्लत की जिंदगी जीने की ज़रूरत नहीं. अबनी आपबीती हमें फ़ौरन ऐ-मेल कर देन. रोअज्मार्रा की ख़ास घटनाओं और अमल के नै-नै जालसाजियों को भी हमें फ़ौरन ऐ-मेल कर दें. आपकी बात चेयरमैन और अन्य दिरेक्टोर्स

Thursday, 23 April 2009

भाई भडासी , हनारे पास कुछ खोजी ख़बर बेचारे पत्रकार बंधुओं ने भेजा है । बस , मै हुबहू पेश करने की लुमरई कर रहा हूँ..........क्षमा करेंगे ............. employees 365dintv to poddararun show details Apr 18 (5 days ago) 18-04-2009 Seva mein, Manniya Arun Poddar jee, Chairman ================== आदरणीय Mahoday, 365 Din TV ke hum 29 Field Reporters aapko iss patra ke maadhyam se yeh jaankaari dena chaahete hain kee kiss terah CEO Amal Jain hamaree khoon-paseene kee kamaai ko ek daaku kee terah jabran loot raha hai। Itna hee naheen, CEO ne hum sabhee field reporters dwaara election mein channel ke liye book kiye laakhon ke ad ke paise channel ke account nein na daal kar apni jeb mein daal raha hai aur iss terah aaj tak (18-04-09 tak) 64 laakh khaa chuka hai।Kisse kitne paise aaye, ek-ek paise kaa hissab hum aapko de sakte hain। Kuch uddaharan iss terah hain:Kuch uddaharan iss terah hain: ** मनप्रीत सिंघ ने जमशेदपुर नें अरविन्द सिंघ से % लाख की डील फिनल की. जिसके बाद सीईओ का फ़ोन आ गया की आप डील से दूर रहिये . आशीष जैन (सीईओ का ब्रोठेर-इन-लव) उनसे बात कर लेगा. इसके बाद अकाउंट में सिर्फ़ ५०,००० आए और बाकी रकम नो.२ में ले ली गयी. इसी तेरह सुमन महतो (दुमका) से ६ लाख ले लिए गए. मनप्रीत ko 20% commission kee jagah gaaliyan dee gayen. ** Reetesh sarrak ne CEO kee taraf se मधु कोडा ( Saraikela) se 15 lakh le liye. Account mein kitna daala yeh to company jaane. Jis field reporter ne deal kee thee use commission dene ke bajai naukri se nikaal dene kee dhamki dee gaye. ** Dhanbaad ke Reporter Rajkishore Sinha ne Veerendra Pradhan, Samresh Singh aur teen anya candidates se kul 11 lakh kee deal final kar dee. jiske baad CEO kaa phone aa gaya ke aapko baat karne kee jaroorat naheen hai, Aasheesh Jain Dhanbaad ke liye ravana ho chuka hai. Aasheesh ne ye saare rupaye batoor liye aur jab Rajkishore ne 20% commission manga to use naukri se nikaalne kee dhamki de kar chup kara diya gaya. ** Hazaribagh mein Saurabh Narayan Singh, Bhuvaneshver va do anya candidates se kul mila kar 10 lakh liye gaye. Magar unhe account mein naheen dala gaya. ** Aaisi hee harkat CEO ne hum sabhee 29 field reporters ke saath kee aur jab hum logon ne apna commission manga to CEO ne 365 Din Channel per hee Ticker chala kar hamare hee zilon mein reporters kee vacancy kaa vigyapan chalana shuru kar diya. Jo ki hum sabhee field reporters ko blackmail karna hai. Taaki hum apnee naukri jaane ke dar se chup reh jaayen. Lekin hum sabhee log aise gire hue gheinit insaan ke saath kaam karne kee bajai bhookhe marna jyada pasand karenge. ** Vaise bhee (chunav ke pehle) ye CEO shuru se Field Reporters kee salary ke naam par H.O. se laakhon rupaye har maheene leta raha hai. Magar hum logon ko 2-3 maheene per kabhee 500/- to kabhee 800/- rupayee bhejta raha hai. Baaki rupayee doosre madon mein divert kar har maheene khaa jata raha hai. ** Iss chunav mein jitna bhee revenue dikhaya gaya hai, asliyat mein uska 20 guna aaya hai aur saara paisa CEO kee jeb mein chala gaya hai. Ek rupaya bhee Aasheesh Jain naheen laya hai. Jabkee saara revenue usee ke zariye bataya ja raha hai. Saari deal field reporters ne tai karai magar commission milne kee bajai unhen naukri se nikala jaa raha hai. ** Agar aap/H.O. sabhee field reporters se khud phone per baat karen to aap ko saari asliyat aur dakaar lee gayee rakam kaa pata lag jayega. ** Theek yehee kaam CEO ne hamare News Head Lokesh jee ke saath kiya . Jab voh channel ke liye 50 lakh kaa revenue line-up kar chuke the to unhe shabaashi dene ke bajai unhe kaam karne se hee roak diya gaya. ** Lokesh jee ne Jharkhand Govt. ke Tourism dept. se 40 lakh kaa ad line-up karwa diya tha. Lekin baad mein Reetesh aur Aasheesh kee ulti-seedhi dealing ke chalte maamla nigrani vibhag ko chala gaya aur ab jaanch ho rahee hai kee bina anya channels se quotation/tender maange ek aise channel ko sarkaari ad kaun de aur le raha tha jise D A V P approval bhee naheen mila hai. Is terah saare sarkari ad ke raaste CEO kee bevkoofi kee vejeh se band ho chuke hain. ** Ek taraf CEO 64 laakh dakaar chuka hai vaheen doosri taraf HTMPL kee ye haalat hai kee 5/7/10 hazar jaise maamooli rakam ke cheques bounce ho rahe hain aur Poddar Group kee market mein baree beizzati ho rahee hai. ** Live telecast ke naam per CEO khud har zile mein ghoom-ghoom kar apnee shakal TV per chamka rahe hain. Khud to voh A.C. room mein mauj karten hain jabkee live telecast team ke members ko karee garmee aur dhoop mein paani tak naseeb naheen hota hai. Unhe aisi dharamshala mein tehraya jaata hai jahan pankha tak naheen hota aur bharee garmi aur machcharon ke chalte vo so tak naheen paate. ** Aaj bhee 365 Din poore Bihar mein ( Gaya ,patna,muzaffarpur ke bahut thore hisse mein , veh bhee bahut unche number per) aur Jharkhand ke 10 zilon mein bilkul naheen dikhai deta hai. Agar aap khud distribution deptt. se cable operators kee list va phone number manga lein to saara bhed khul jayega. ** Aapse hum logon kee yehee guzarish hai kee Ranchi h.q. mein kaam karne vaale ek-ek aadmi aur ek-ek field reporter se alag-alag milein to aapko pata chal jayega kee kitne gire hua aur kitne gande aadmi ko aaone CEO banaya hua hai. Aage aapki marzi. Channel to bhagwan bharose hai hee aapka aur Poddar Group kaa naam to pehle hee doob chuka hai. Kab kya ho jaye kaha naheen jaa sakta. Is CEO kee dhokhadhari ke shikaar sabhee log man bana rahen hain kee Ranchi aur Kolkata mein isee hafte Press Confrence karke Amal Jain kee saari jaalsajion ko ujaagar karke unhen police ko saunp den. ** Vaise hum aapko suchit kar den kee jabse Amal ko ye pata chala hai kee uska demotion karke use hirf News Incharge banaya jaa raha hai, usne tabartoor loot-khasoot shuru akr dee hai aur uska lakshya 1 karore ikkatha kar ke parivaar sahit via Nepal videsh bhaag jaana hai. ** Hamein maloom hai kee aap us din ko apnee kismat kaa sabse durbhagyashali din maante hain jis din aapkee Amal se mulakat hui thee. Lekin hum sabhee Bhagwan se yahee dua karten hain zaldee hee aapko aur 365 Din ko iss mahapaapi se chutkaara mil jaye. Vo din ek-aadh hafte mein hee aane wala hai kyonkee Jail mein band vyakti CEO kee zimmedaari naheen sambhaal sakta. HUM SUB 365 DIN KE 29 FIELD REPORTERS ============================================================ 21-03-2009 YE KAISA CEO !!! 1- JO VYAKTI EK MAAMOOLI MAGAZINE TAK NAHEEN CHALA PAAYA AUR VOH BAND HO GAYEE, AAISE VYAKTI KO SATELLITE TV CHANNEL CHALANE KO DE DIYA ! HEY BHAGWAN !! 2- JIS CEO NE 150 LOG APPOINT KIYE। UNMEIN SE 145 KO NAKARA GHOSHIT KAR NIKAAL DIYA. BAAKI BACHE 5 LOG USKE PARIVAR KE HAIN. YAANI USKE SELECTION KEE SAFALTA KAA PRATISHAT 0% HAI. JO AADMI TEAM SELECT TAK NAHEEN KAR SAKTA YOH CHANNEL KYA CHALAYEGA? 3-JO AADMI EK AUR KEE MILIBHAGAT SE EQUIPMENTS KEE KHAREED MEIN 35 LAKH COMMISSION KHA GAYA. KRIPYA SABHEE PURCHASE KE RATES DEKHEN AUR APNE STAR SE UNKA MARKET RATE PATA KAREN. 4- CABLE OPERATORS KO BAANTNT KE LIYE KHARIDE GAYE SIGNAL BOXES KEE KEEMAT 2100/- PER PEACE SE UPAR PARI HAI.VOH BHEE KHARAB QUALITY KEE. JABKEE ISSE ACCHE QUALITY KE BOX 490/- MEIN KHULE AAM MIL RAHEN HAIN. 5-RANCHI MEIN STUDIO AUR OFFICE KE CONSTRUCTION MEIN LAKHON RUPAYE KHA GAYA. NATEEJA- PICHLE SAAL 5 BAAR EDIT-BAY AUR BARAMDE KEE CHAT GIR GAYEE THEE AUR KAI LOGON KEE JAAN AUR MAHANGE EQUIPMENTS BACH GAYE. MAGAR ISS SAAL BARSAAT KAA SEEJAN NIKAL PAANA MUSHKIL HAI. POORI BUILDING KEE CHAT GIR SAKTI HAI . LOGON KEE JAAN TO KHATRE MEIN HAI HEE, CRORES KE EQUIPMENTS BARBAAD HO SAKTEN HAIN. 6- ISS CEO KAA BARTAAV EK RICKSHAW CHALANE WAALE SE BHEE BADTAR HAI. OFFICE MEIN GANDI-GANDI GAALIAN DENA, LOGON SE GAALI-GALAUG KARNA, BAAT-BAAT PER JAAN SE MARWA DENE KEE DHAMKEE DENA USKA ROJMARRA KA KAAM HAI. AGAR YE CEO NA HO KAR EK RICKSHAW WALA HOTA TO ISKE BARTAAV KE CHALTE ISSE EK BHEE SAVARI NAHEEN MILTI. 7- KHUD YE CEO AUR USKE PARIVAAR KE 5-6 LOG AUR 4-5 DOST MIL KAR SALARY, CANTEEN, MAKE-UP AUR FARZI VOUCHERS KE ZARIYE HAR MAHEENE 5 LAKH LOOT RAHE HAIN. OFFICE KE LAKHON KE RESOURCES KAA MISUSE ALAG SE KAR RAHEIN HAIN. HAR EXPENDITURE MEIN 20% KAA STANDARD COMMISSION ALAG SE TAYE HAI. 8- DOOSRI TARAF SAIKRON LOGON KEE ACCHI-KHASI NAUKRIYAN CHURA KAR UNHE RANCHI BULA KAR 2/3 MAHEENE MEIN NIKAAL DENA ISS CEO KAA SHAUK HAI. YE LOG APNE PARIVAR AUR SAAMAN KE SAATH RANCHI SHIFT HO GAYE AUR ISS CEO NE INKE SAATH BARA HEE AMANVIYA VYAHAVAAR KIYA. YAHAN TAK KEE INHE NIKAAL KAR UNKEE SALARY TAK NAHEEN DEE AUR AISE DARZANON LOG AAJ BHEE RANCHI MEIN HEE PARE HAIN . KYAA CEO KE SAATH PODDAR GROUP BHEE ISS GHINAUNE PAAP MEIN SHAMIL HONA CHAHTA HAI ? 9- YE CEO 20-03-09 SE GAMBHEER ROOP SE BEEMAR HAI. USE DIL SERIOUS HEART PROBLEM, BEKAABU DIABITIS, B.P., KIDNEY PROBLEM, HYPERTENSION, RESTLESSNESS KEE SHIKAYAT DOCTORS NE BATAIYEE HAI. JIS KAARAN VIGAT 3 DINON SE CEO DIN MEIN MAATRA 2/3 BAAR AADHE GHANTE KE LIYE HEE AA PAATE HAIN. MAGAR HARARAT KE KARAN TURANT WAAPAS JAANA PARTA HAI. DOCTORS NE UNHE 3 MONTHS COMPLETE BED REST KEE SALAH DEE HAI. MAGAR YE FACT UNHOANE H.O. SE CHUPAYA. KYONKI UNHEN DAR HAI KE KOI AUR NA UAHAN BHEJ DIYA JAYEAURUNKA SAARA AGLA-PICHLA BHED NA KHUL JAAYE. CHANNEL ISS SAMAY BHAGWAN BHAROSE HAI. HAZARON GALTIYAN HAR ROAJ JAA RAHEE HAIN. APNE NEWS HEAD KO VOH PEHLE HE KAAM KARNE SE ROAK CHUKE HAIN. 10- JAB 20 TAREEKH KO CEO KEE TABIYAT BIGRI TO UNKO TO OFFICE CAR, STAFF AUR RUPAYE-PAISE KEE MADAD MIL GAYEE. MAGAR KYA CEO AUR UNKE PARIVAR NE KABHEE YE SOCHA HAI KEE JIN SAIKRON LOGON KO UNHOANE BINA KAARAN NIKAAL DIYA AUR UNKEE SALARY BHEE MAAR LEE, UNKE PARIVARON MEIN BEEMARON KAA ILLAZ KAISE HO RAHA HOGA, UNKE GHARON MEIN CHULHA KAISE JAL RAHA HOGA ? AISE MAHAPAAPI AUR GIRE HUE INSAAN KO H.O. SAJA NAHEEN DEGA TO BHAGWAAN ZAROOR DEGA. AISI IN SAIKRON PARIVARON KE KAAMNA HAI. 11- VIGAT 13 MARCH KO JAB CALCUTTA SE V.P. AUR DIRECTORS AAYE THE TO YE CEO SABKE SAAMNE - H.O. AUR APNE HEE STAFF KE SAAMNE POORI TERAH EXPOSE HO GAYA. SABHEE NE USKE MUNH PER HEE EK-EK BAAT KAHEE AUR USKE PAAS KOI JAWAB NAHEEN THA. AGAR IS CEO MEIN JARA SI BHEE SHARM HOTI TO VO USEE SAMAY RESIGN KARKE CHALA JAATA AUR KABHEE KISI KO APNA MUNH DIKHANE KEE HIMMAT NAHEEN KARTA. MAGAR YE TO VAKAYEE BAHUT JYADA BESHARM HAI AUR JAB TAK LOG ISSE DHAKEL KAR GATE KE BAHAR NAHEEN KARANGE, YE YAHAN SE JAANE VAALA NAHEEN HAI. 12- JHARKHAND POLICE ISSKE KHILAAF SAARE CRIMINAL CASES IKKATHA KARNE MEIN JUTI HAI. IN CASES MEIN RAPE, CHEATING , FORGERY, MAARPEET, GUNDAGARDI VAIGARAH SHAMIL HAIN. 13- 365 DIN KA RANCHI MUKHYALAYA EK REHAAISHI MAKAAN MEIN KHOL DIYA GAYA HAI. USS PER SE YEH MAKAAN GREEN BELT MEIN PARTA HAI. R.R.D.A. PEHLE HI CHAAPA MAAR KAR STUDIO AUR OFFICE VAHAN SE HATANE KEE CHETAWANI DE CHUKA HAI. VAISE BHEE SUPREME COURT GREEN BELT KE MAALON MEIN BARE SAKTH AADESH DE CHUKA HAI. 14- JSEB KE KUCH BHRASHT AFSARON KEE MILIBHAGAT SE IS REHAISHI MAKAAN MEIN MEIN 40 KVA KA PRIVATE TRANSFORMER AUR THREE PHASE CONNECTION INSTALL KAR DIYA GAYA


है .JO गैर कानूनी HAI AUR JSEB REHAISHI MAKAAN MEIN COMMERCIAL CONNECTION TAK NAHEEN DE SAKTA HAI. YADI KOI COMPLAINT KAR DE TO NA SIRF BIJLI KAT JAAYEGI BALKI CONNECTION/ TRANSFORMER LENE AUR DENE WAALE JAIL CHALE JAYENGE. 15- RRDA SE BINA NAKSHA PAAS KARAYE OFFICE AUR STUDIO KE LIYE BAHUT SE CONSTRCTION KAR LIYE GAYE HAIN. JABKI MAKAAN RIHAISHI THA. KABHI BHI RRDA KE BULDOZERS YAHAAN DEMOLITION DRIVE CHALA SAKTEN HAIN. LEGAL CASE ALAG SE BANEGA. 16- NA JAANE KYON KAAFI MAHANGE MONTHLY RENT/LEASE PER YEH RIHAISHI MAAKAN LIYA GAYA. JABKI THORI HEE DOORI PER KOKAR INDUSTRIAL ESTATE MEIN BAHUT SE COMMERCIAL/INDUSTRIAL BUILDINGS KHAALI THE AUR AAJ BHI HAIN. JO MAATRA 20,000 MAHEENE PER 33 SAAL KEE LEASE PER LIYE JAA SAKTE THE. 17- OFFICE/STUDIO CAMPUS MEIN 2 HIGH RISE TOWERS LAGAYE GAYE HAIN. KAI AUTHORITIES SE ISKEE CLEARENCE ( NOC ) LENI PERTI HAI. MAGAR INHEIN AWAIDH ROOP SE LAGA DIYA GAYA. GREEN BELT PER ITNE UNCHE TOWER LAGANA BAHUT HEE GAMBHEER MAAMLA HAI AUR YADI KOI COMPLAINT KAR DEY TO POORA OFFICE/STUDIO DEMOLISH HO SAKTA HAI. 18- 365 DIN DWARA UP-LINKING & DOWNLINKING GUIDELINES KAA 4 TARAH SE KHULA ULLANGHAN HO RAHA HAI. JINMEIN SE 2 NON-BAILABLE OFFENCE HAIN. 19- OFFICE/ STUDIO SE LE KAR TATA OFFICE TAK BIZLEE KE KHAMBON KE UPER KAI KILOMETER TAK OPTICAL FIBER LINE / CABLE GAI HUI HAI JO KAAFI KHATARNAAK HAI AUR YADI KOI FIR LIKHWA DE TO NA SIRF CABLE HATWA DEE JAYEGI BALKI GIRAFTAARI BHEE PAKKI HAI. YEH INDIAN CABLE/BROADCASTING ACT KA BHEE ULLANGHAN HAI. JSEB KE BHRASHT AFSAR BHEE ISMEIN JAIL CHALE JAAYANGE. 20- JHARKHAND KE 2 SITTING LOKSABHA SADAYSON NE 365 DIN KE CEO KE BROTHER-IN-LAW KEE BAATCHIT KAA STING KAR LIYA HAI . IS BAATCHEET MEIN VOH UNHEN 15 LAKH AUR 25 LAKH RUPAYE DENE KE BADLE ELECTION MEIN MANCHAHI COVERAGE DENE KAA PROPOSAL DEY RAHA HAI. YE LOG 2-3 DIN MEIN HEE ELECTION COMMISSION OF INDIA KO LIKHIT COMPLAINT DENE DILLI JAA RAHE HAIN . PAISA LE KAR CHUNAVI KHABARON KO PRAVHIT KARNA BHARI ZURM HAI AUR ISSE CHANNEL KAA LICENCE TO CANCIL HOGA HEE, JAIL BHEE PAKKI HAI. 21- RANCHI MEIN 365 DIN KAA DAFTAR KAREEB 2 VARSHON SE CHAL RAHA HAI. 50 SE JYAADA KARAMCHARI SHURU SE HEE HAIN. MAGAR AAJ TAK P.F. , E.S.I. LAAGU NA KARNA NON-BAILABLE OFFENCE HAI. 22- CEO A K JAIN KE KHILAFF 7 GAMBHEER MAAMLE CHAL RAHEN HAIN. JINMEIN RAPE, CHEATING, CHORI, MAARPEET, GUNDAGARDI TAK SHAMIL HAIN. MAGAR CHANEL KEE LICENCING PROCESS KE DAURAN UNHOANE EK FORM MEIN YE JHOOTI JANKARI DEE HAI KEE UNKE KHILAFF KOI CRIMINAL MAALA HI NAHEEN HAI. YADI M.I.B. KO PATA CHAL JAYE TO LICENCE TURANT RADD HO JAYEGA. 23- CHANNEL NE BARE PAIMANE PER LABOUR LAWS KAA ULLANGHAN KIYA HAI. ABHEE TAK 102 LOG BINA KARAN NIKALE JAA CHUKE HAIN. INHE NA TO SHOW CAUSE NOTICE DIYA GAYA, NA SAFAI DENE KAA MAUKA DIYA , BAHUTON KO TO MAUKHIK TAUR PER BHAGA DIYA YAA GUARD NE OFFICE MEIN GHUSNE SE ROAK DIYA. YEE DARASAL LABOUR LAWS NAHEEN BALHI PRINCIPAL LAWS OF NATURAL JUSTICE KAA KHULA ULLANGHAN HAI. 24- NEWS SCRIPTS/ PACKAGES/ RUN-DOWNS/ BULLETINS/ TICKER/ FLASH GOING ON AIR WITH HUNDREDS OF MISTAKES. THE PERSONS ( SAMEER RANJAN AND ALOK RANJAN )DEPUTED FOR APPROVING SCRIPTS/BULLETIN RUN-DOWNS THEMSELVES CAN'T WRITE FAULTLESS HINDI AND DOZENS OF MISTAKES REMAIN IN SCRIPTS EVEN AFTER THEIR CHECKING/APPROVAL.ON THE OTHER PERSONS CAPABLE OF DOING THIS TASK HAVE BEEN EITHER TERMINATED/ SUSPENDED OR ENGAGED IN CLERICAL TYPE TASKS. 25-ALL MAJOR NEWS/ DAILY EVENTS ARE MISSING FROM OUR BULLETINS. WE ARE TELECASTING NEWS OLDER THAN 6-7 DAYS. 26- CHANNEL IS MISSING ALL MAJOR NEWS/EVENTS FROM RANCHI AS ALL CAPABLE CITY REPORTERS HAVE BEEN TERMINATED/ SUSPENDED/RESIGNED. SOME OF THEM ARE GIVEN CLERICAL TYPE OF WORK. 27-MEDIA DIRECTORY OF OFFICIAL DIARY OF JHARKHAND GOVT. AND OTHER DIARIES ( SUCH AS JAGRAN YATRA ETC. ) DOES NOT CONTAIN NAMES OF OUR CITY REPORTERS. INSTEAD OF THIS YOU ( AMAL K. JAIN ) HAVE BEEN SHOWN AS NEWS EDITOR AND AASHEESH JAIN ( YOUR BROTHER IN-LAW ) AS REPORTER. WHO IS NOT EVEN A STRINGER. ALL CITY REPORTERS ARE /WERE FEELING INSULTED BECAUSE OF THIS AND THIS HAS BEEN DONE ON THE BASIS OF A LETTER ISSUED BY YOU BEARING YOUR SIGNATURE. 28-ALL COMPETENT CITY REPORTERS HAVE LEFT ORGANISATION BECAUSE OF HUMILIATION AND JOINED OTHER ORGANISATIONS. 29- BLACKMAILING STORIES ARE BEING TELECAST ON THE NAME OF INVESTIGATIVE JOURNALISM WITHOUT FULFILLING STANDARD JOURNALISTIC ETHICS. THERE ARE RUMOURS THAT SOME PEOPLE ARE COLLECTING /ALREADY COLLECTED MORE THAN 65 LACS . ON THE OTHER HAND OUR CHANNEL IS BEARING HEAVY FINANCIAL LOSS. 30- ALL THE GOOD/ COMPETENT NEWS ANCHORS HAVE BEEN TERMINATED WITHOUT ANY VALID REASON. SOME ANCHORS ARE BEING VICTIMIZED/HUMILIATED. THERE ONLY FAULT IS THAT THEIR PERFORMANCE IS BETTER THAN CEO'S DAUGHTER AND BROTHER- IN- LAW WHO ARE PRACTISING ANCHORING DURING LIVE TELECAST. 31-ALL GOOD /CAPABLE PERSONS WORKING IN EDITORIAL/NEWS SECTION EITHER HAVE BEEN TERMINATED/INSULTED WITHOUT ANY VALID REASONS OR DEPUTED IN CLERICAL TYPE OF JOBS. 32- ALL DEPARTMENT/SECTION HEAD POSITIONS HAVE BEEN OCCUPIED EITHER BY FAMILY MEMBERS OR PERSONS CLOSE TO THEIR FAMILY, SUCH AS- AASHEESH JAIN, PANKAJ JAIN, RITU JAIN, AASTHA JAIN, TOOLIKA JAIN, AKHIL JAIN, REETESH SARRAK, SAMEER RANJAN, ALOK RANJAN, NEETESH RANJAN ETC. ENTIRE STAFF IS DEMORALIZED BECAUSE OF THIS SITUATION. 33- TRAINEES/ INTERNS HAVE BEEN GIVEN IMPORTANT TASKS SUCH AS PRODUCING BULLETINS AND COMPETENT/EXPERIENCED PERSONS ARE BEING HUMILIATED AND FORCED TO RESIGN. IF THE DON'T RESIGN THEY ARE BEING TERMINATED WITHOUT ANY REASON. 34- FTP AND LEASE LINES ARE NOT WORKING AND CHANNEL IS PAYING HEAVY COST FOR ITS FAILURE. DOUBLE LINES HAVE BEEN INSTALLED SO THAT AUTO-SWITCHING FACILITY BE AVAILED. BUT STRANGE FACT IS THAT BOTH THE LINES ARE BASED ON SAME BASE LINE.EVERY DAY OUR CHANNEL IS OFF AIR FOR HOURS OF TIME. KYAA PODDAR GROUP BHEE ISS MAHA PAAP KAA BHAGIDAAR BANNA CHAHTA है ?

आहत पत्रकारों की खबरें

हमारे पास एक और मेल आया , यह मेल उन बेचारे पत्रकारों का ख़बर है जो कहीं -न कहीं न्यूज़ ३६५ दिन चैनल से आहत हैं- कृपया अपना मनतब्य जरुर दें---
SHABAASH AMAL !


1- 365 DIN TV PER ISS LOKSABHA CHUNAV MEIN KISI BHEE POLITICAL PARTY KAA AD CAMPAIN NAHEEN AA PAYA. JABKEE 365 DIN KE LAUNCH HONE KE 2 MAHEENE BAAD LAUNCH HUYE SADHNA TV PER SABHEE BARI PARTIYON KE AD CHAL RAHE HAIN.

2- AMAL KEE BEVKOOFI KEE VEJEH SE 365 DIN TV KE LIYE SABHEE STATE GOVTS. AUR CENTRAL GOVT. KE AD KE RAASTE BAND HO CHUKE HAIN. ULTE JHARKHAND GOVT. KAA NIGRANI VIBHAG ISS BAAT KEE JAANCH KAR RAHA HAI KEE STATE TOURISM DEPARTMENT ISSE 4O LAKH KAA AD KAISE DE RAHA THA.

3- 365 DIN PER KOI BHEE CORPORATE GROUP APNA AD DENA APNI BAIZZATI SAMAZTA HAI. JABKI ISKE 2 MAHEENE BAAD LAUNCH HUAE SADHNA TV PER HABHEE PRAMUKH CORPORATE GROUPS KE DHERO AD CHAL RAHE HAIN.

4- AMAL NE CHANNEL KO APNE GHAR KEE DUKAAN BANA DEE HAI. USKA SAALA, BEHNOI, SAALI, BHAI, BETI, MAMERA BHAI AUR YAHAN TAK KE PATNI HEE AB MIL KAR CHANNEL CHALA RAHEN HAIN. BAAKI SABHEE COMPETENT LOGON KO AMAL BINA KARAN NIKAAL CHUKA HAI.

5- 365 DIN CHANNEL PER AMAL JAB CHAHE JISKE BHEE KHILAF ULTE-SEEDHE TICKER CHALA DETA HAI. JISKE CHALTE AMAL AUR CHAIRMAN DONO HEE KE KHILAF WARRANT KAT CHUKA HAI.

6- KOI BHEE BARA GROUP YEH SOACH KAR NEWS CHANNEL SHURU KARTA HAI KEE USE AARTHIK LAABH NAHEEN BHEE HOGA TO ANYA TAREEKON SE MILAGE MILAGEE AUR USKAA PRABHAAV BARHEGA. MAGAR AMAL KE CHALTE AAJ PODDAR GROUP KE 1OO SE JYAADA AISE PATRAKAAR-GAIR PATRAKAAR KARMI DUSHMAN BAN BAITHE HAIN JINHE AMAL NE BINA KAARAN APMAANIT KAR NIKAAL DIYA. ISSKE ALAVA SABHEE POLITICAL PARTIYON KE SABHEE PRAMUKH NETA AUR BARE BUREAUCRAT JAANI DUSHMAN BAN BAITHE HAIN. INMEIN SE KAI NE TO 365 DIN AUR PODDAR GROUP KO ZALDI HEE SABAK SIKHANE KAA PRAN KAR LIYA HAI. HAR ROAZ AMAL KE CHALTE PODDAR GROUP KE 10-12 NAYE DUSHMAN BAN RAHE HAIN.

7- LIVE TELECAST KE LIYE O B VAN JAHAAN- JAHAAN BHEE GAYEE , AAM DARSHAKON NE AMAL AUR 365 DIN KO BHAR PET GAALIYAN DEEN AUR YAHAN TAK KEE HAMLA, TOR-PHORE TAK KAR DEE. ISSE SE AMAL KEE REPUTATION KAA PATA CHALTA HAI.


8- 365 DIN SE 2 MAHEENE BAAD AAYA SADHNA TV BIHAR AUR JHARKHAND KE EK-EK GHAR MEIN DIKHAI DETA HAI. JABKEE 365 DIN POORE BIHAR ( PATNA, GAYA, MUZAFFARPUR KE CHOATE SE HISSE KO CHOAR KAR JAHAN VISIBILITY KAAFI KHARAB HAI ) MEIN KAHEEN NAHEEN HAI.JHARKHAND MEIN 10 ZILON MEIN TO ISKA KOI ATA-PATA HEE NAHEEN HAI.

9- ISS CHUNAV SE PEHLE AMAL NE H.O. SE 7 O.B. VAN MAANGI THEE. MAGAR EK HEE MILI. EK O.B. VAN KAA BILL BHEE KHUD CHANNEL BHARE KEE STHITI MEIN NAHEEN HAI. HAR ROAZ 70,000/- ( VAN KAA KIRAYA, STAFF, CONV. VA ANYA KHARCH MILA KAR) KHARCH KARKE BHEE O.B. VAN VEH KAAM NAHEEN KAR RAHEE HAI JO KEE O B VAN KARTEE HAI. ITNA PAISA ROAZ KHARCH KARKE AMAL SIRF APNI SHAKAL DIKHA RAHA HAI. AMAL KEE SHAKAL DIKHANE KE LIYE ITNA MOTA KHARCH KARE KEE KYA ZAROORAT HAI ? AMAL STUDIO MEIN BAITH JAYE AUR CAMERA 24 GHANTE USKE MUNH PER FOCUS KAR DIYA JAI !!

10- CHANNEL JAB SHURU HUA THA TO LOKESH JI KEE TEAM KE LOGON NE "VIDHANSABHA KEE SURAKSHA" AUR CIVIL AVIATION SAMBANDHI AISI NEWS COVERAGE KEE THEE KI CHANNEL 20 DINON MEIN HEE NO. 1 HO GAYA THA. MAGAR USKE BAAD AMAL KEE BLACKMAILING AUR CHAAR SAU BEESI SHURU HO GAI AUR AAZ YE CHANNEL KOI BHEE DEKHNA NAHEEN CHAHTA.

11- AB AMAL APNE BROTHER-IN-LAW AASHEESH JAIN KO DISTRIBUTION HEAD BANANE KE CHAKKAR MEIN HAI. YAHEE AASHEESH PEHLE H.R. MEIN THA, FIR MARKETING MEIN GAYA. MAGAR KUCK NA KAR PAYA. ISLIYE AMAL AB USE DISTRIBUTION HEAD BANANA CHAHTE HAI.VAISE AASHEESH KEE EDUCATIONAL QUALIFICATION JAAN KAR AAP HAIRAT MEIN PAR JAYANGE.

AGLE BULLETIN KE SAATH ZALDEE HEE MILANGE, TAB TAK KE LIYA AGGYA DEN.

365 DIN PARIVAAR KE HUM SUB SADYASYA !!
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Function VBGetSwfVer(i)
on error resume next
Dim swControl, swVersion
swVersion = 0
set swControl = CreateObject("ShockwaveFlash.ShockwaveFlash." + CStr(i))
if (IsObject(swControl)) then
swVersion = swControl.GetVariable("$version")
end if
VBGetSwfVer = swVersion
End Function
function FlashRequest() {}
function Player_DoFSCommand() {}
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employees 365dintv
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Apr 21 (2 days ago)

ZAROORI S00CHNA


KYAA AAP BHEE AMAL JAIN KEE JAALSAAJI, GHINAUNI HARKATON , GANDI SAAJISH ATHWA BELAGAM ZUBAAN KAA SHIKAAR HUAI HAIN ? AAP BINA KARAN NIKAAL DIYE GAYE HON ATHWA MAZBOORI MEIN HAR ROAZ ZALALAT SAHTE HUAE KAAM KARNE KO MAZBOOR HAIN. AB GHUT-GHUT KAR ZILLAT KEE ZINDAGI JINE KEE ZAROORAT NAHEEN. ABNI AAPBEETI HAMEN FAURAN E-MAIL KAR DEN. ROAZMARRA KEE KHAAS GHATNAON AUR AMAL KE NAI-NAI JAALSAJIYON KO BHEE HAMEN FAURAN E-MAIL KAR DEIN. AAPKEE BAAT CHAIRMAN AUR ANYA DIRECTORS TATHA SAMUCHE 365 DIN PARIVAAR TAK PAHUCHANA HAMARA KAAM HAI. AAP CHAHENGE TO AAPKA NAAM GUPT RAHEGA. AUR HAAN, YADI AMAL KISI KO BHEE DHAMKEE DETA HAI ATHWA GUNDAGARDI PER UTAARU HOTA HAI TO ZARA BHEE CHINTIT NA HON. FAURAN POLICE KO SUCHIT KAREN. HUM SABHEE 365 DIN PARIVAAR KE SADYASYA AAPKA SAATH DENGE.

YEH MAIL APNE SABHEE 365 DIN PARIVAAR KE SAATHIYON KO ZAROOR MAIL KAR DEYN AUR SABHEE SAATHIYON KE MAIL ADDRESS HAMEN FAURAN UPLABDH KARWA KAR AMAL JAISE MAHAPAAPI KO UCHIT DAND DILANE MEIN APNA YOGDAAN DEN.

Monday, 13 April 2009

शाश्वत का सहारा न्यूज़ ३६५ दिन टीवी को

आज लुमरई तो होगा ही ..... बहुत दिनों बाद आज लुमर को थोड़ा लुमरई करने का मौका मिला है। बड़े ही परेशां हाल थे सीईओ साब,उनका पूरा३६५ दिन का कुनबा ही त्रस्त था । पर ,बड़े ही भाग्शाली निकले अमल जी, पता नहीं कैसे उन्होंने अपने से नाराज़ पटना ब्यूरो के इंचार्ज संजय शाश्वत को पुनः मनाकर वापिस ३६५ दिन टीवी में लाये.शाश्वत आ तो गया .... लेकिन वो भी बेचारा ही बनेगा । किसी बन्दे पर विश्वास ही नहीं है ... पर इश्वर इस चैनल को लगातार चलानेमें अमल जी को मदद करें ।

वैसे पटना ब्यूरो चीफ के रूप में संजय शाश्वत तो ज्वाइन कर लिया है ,मगर उस बेचारे को झेलना पड़ रहा है । उसे रोज़ ही डराने की धमकी मिल रही है ,परन्तु लोगों को यह भी जानकारी है की मि शाश्वत आरा शहर के रहने वाले हैं और उनके पास आदमी जन की कमी नहीं है।
अब अमल जी को अपने विरोधियों से राहत तो मिल रहा है ,लेकिन उन्हें अपना विचार सकारात्मक बनाना ही पड़ेगा। अगर मीडिया में अपनी इज्ज़त बनाना होगा तो पोसिटिव कार्य करने होंगे खासकर पत्रकारों को पत्रकार समझाना होगा.जबकि मै जानता हूँ की अमल जी प्रखंड स्तर से अपनी पत्रकारिता की शुरुआत किए थे । ऐसे में उन्हें पत्रकारों का दर्द तो सबसे अधिक महसूस होना चाहिए।
संजय जी ,आप भी ज़रा बच के रहिएगा ,पता नहीं कब जैन साहब की लाठी आपकी ओरचल जाए ......खैर आप तो महान आत्मा हैं ,पता नहीं कौन सा गुल अमल जी आपको खिलाया है की आप फ़िर से ३६५ दिन में चले गए.ईश्वर आपकी रक्षा करे.........

Saturday, 28 February 2009

न्यूज़ चैनल ३६५ दिन का सीईओ के खिलाफ खुला पत्र , कितने त्रस्त है मीडियाकर्मी

बहुत दिनों से पोद्दार ग्रुप का न्यूज़ चैनल ३६५ दिन के सीईओ से वहां के स्टाफ त्रस्त रहे हैं.आज बल्कि अभी-अभी लुमर को एक मेल आया जिसमे जिक्र है उन पत्रकारों की शोषण की कहानी जिसे वहां का सीईओ लगातार शोषित करता रहा है । दर्जनों क्रिमिनल केस के बल पर न्यूज़ चैनेल चलाने वाले सीईओ के खिलाफ लगभग १०२ एम्प्लोयी कलकत्ता के प्रसिद्ध बिजिनेसमैन तथा चैनेल के चेयरमैन अरुण पोद्दार के पास पहुच रहे हैं । पेश है खुला पत्र जो मुझे मिला ---
27-02-2009


To,

Shri Arun Poddar,
Chairman
=============


Respected Sir,

Aapne Raanchi men ek kutta paala tha. Bare pyar se aapne use threptin biscuit, calcium aur multivitamin kee golian khilain. Magar shyad aap use rabeez ka injection lagwana bhool gaye. Aaj vo kutta pagal ho chuka hai. Ab tak vo kutta saikron logon ko kaat chuka hai. Har roz voh 4-5 logon ko kaat leta hai. Raat-din bevajah bhaunkta rehta hai. kabhi bhi kisi ke bhi piche daur jaata hai. Lagta hai ke ye pagal kutta apne malik ke kaabu ke bhi bahar ho chuka hai. Ranchi men kahar dha raha hai. Hum logon ne abhi tak usse kuch naheen kaha hai. Kyonki voh aapka kutta hai aur 365 Din parivar ke sabhi sadasya aapko gurdian maante hain aur aapki kitni izzat karten hain, yeh aap abhi tak nahin samajh saken hain.

Usne jo kuch kiya aur jo kar raha hai, usse yahan dohrane kee zaroorat nahin hai. Aapko, humko, samuche nedia jagat, balki saari dunia ko yeh maalum hai.Hum sabhi logh sirf ek bar aapke darshan karke aapko yeh batana chaahate hain ki kis terah Poddar Group ka naam sun kar hammen se bahut se log pehle se established channels, akhbaar chor kar, koi dilli se ,koi patna aur na jane kahan-kahan se acchi bhali naukri chor kar apne beevi-bacchon aur boorhe maan-baap ke saath Raanchi shift hua. Bina weekly off liye 18-18 ghante mehnat kiya. Aur isne sabhi ko zaleel kiya, gaali-galauj ki aur naukri se bina karan nikal diya. Kuch ke saath to isne aur iske parivar ke gundon ne maar-peet kee, jhoote case bana kar jail tak bhej diya.

Hum aapse apni naukri vaapas nahin maang rahe hain. Na hee hum unionbaaji kar rahe hain.Voh sub karna hota to kabka kar chuke hote aur Ranchi men kisi bhi keemat par channel naheen chal sakta tha. Aaise CEO ke saath koi izzatdar aadmi kaam kar bhi naheen sakta hai. Hum sirf aapko apni aapbeeti sunana chhaahte hain. Baki faisla hum aap par chor denge.

Iske liye hum sabhi 102 log 04 March,2009 ko dopahar 12 baje Kolkata mein aapke darwaze per pahunch rahe hain.Agar aap vyast honge yaa Kolkata se baahar honge to hum sub bhukhe-pyaase aapke darwaze per tab tak baithe rahenge jab tak ki aapko hamare liye 15 minute ka samaye naheen mil jata.

Agar aap humse yeh kah denge ki voh pagal kutta aapke kabu mein naheen hai to bhi chinta kee koi baat naheen hai.Hum aise pagal kutton se acchi terah nibatna jaante hain. Hum use pakar kar nagar nigam ke jalidaar truk mein band karwa denge. Munispality usse nibat legi.

22-02-09 ko H.O. se Shri Sanjay Rai aur Sachiddanand ji aaye the to houe ka ek-ek aadmi unse apni baat kehna chaahta tha. Magar un logon ne CEO ke saath mil kar ulte hamhi ko dhamka diya aur CEO ke saamne hee sabse poocha ki kisi ko koi shikayat to naheen hai. Isse hum sabhi ko kaafi dukh hua.

Agar hum sabhi ko 4 March ko Kolkata se bhee nyay naheen mila to bhee hum nirash naheen honge. Kyonki tab hum vaapas aa kar sabse pehle to iss pagal kutte ko munispality ke jaalidaar truck mein band karayenge. Vaise bhi iske uper kai sangeen mukadamen hain jinmen rape, scrap ki chori, maar-peet, gundagardi aadi shaamil hain. Ye saari filen hum ikattha kar chuke hain. Itna hee naheen channel ke karmachariyon ke saath dhookhadhari ke 17 maalen bhee hain jinme se kai non-bailable offence hain. Use chahen to hum aaz aur isi samay band kara sakten hain. Lekin hum naheen chahte kee Poddar Group ke ek CEO ko Police daftar se ghaseet kar, chappal maarte hue hathkariyon me paidal le jaye. Jin logon ke khilaaf isne news chala kar ya sirf promo chala kar blackmailing kee koshish kee hai unmein se bhi 5 logon kee likhit shikayaten ( saboot sahit ) hamare paas hain.Jo hum police ko saunp denge. Iske baad hum Ranchi mein Raajbhavan ke gate per aamaran anshan per baith jayange aur tab tak baithe rahenge jab tak ki sarkar iss pagal kutte to pakar naheen legi.

Yeh kaam bhee pura karne ke baad hum 4 groups mein bant jayange aur Delhi, Kolkata, Ranchi aur Patna mein sarakon per aluminium ka katora le kar bheekh mangenge. Bheekh maangne aur 365 din ka logo gale mein tangne ka hak hamse koi naheen cheen sakta kyonki 365 Din hee hamen aur hamare parivar ko sarak per laya hai. Hum tab tak bheekh mangte rahenge jab tak kee hamen aapkee taraf se nyay naheen mil jata. Chahe ismen 10 din lage athwa 10 saal, uskee hamen koi parwah naheen.

Respected Sir, yeh naubat isliye aa gaye hai kee ab paap kaaa ghara poori terah bhar chuka hai.Isne saikron logon kaa apman kiya hai. Maatra 3-4 udaharan hum aapko bata rahen hain. wisal Azim ETV kee well established naukri choor kar bari ummeedon ke saath Poddar Group ke channel mein aaye the,isi terah Asit Nath Mahua TV se , darzanon anya senior journalists bhee acche jagahon se aaye thhe. Magar sabhi ko isne buri terah zaleel kiya aur nikal diya. Veh bhee bina kisi karan. Aakash Bhargav namak ek city reporter kee galati sirf ye thee kee usne apni baat direct Kolkata pahunchane ke zurrat kee thee. Use khud CEO aur parivar ke gundoon ne lohe kee rod se buri terah maara aur jhoota case banwa kar jail bhegwa diya.Lokesh sir jaise jane-mane senior patrakar ko unhone sirf isliye terminate kar diya kee 22-02-09 ko H.O. se aaye Sanjay ji aur Sachiddanand se unhoane channel ke liye line-of-action discuss kiya tha aur voh aapki table per tha aur use aapki approval milti, uske pehle hee phone per terminate kar diya. Lokesh Sir hamesha CEO ko yeh kahte the kee Dilli, Jharkhand aur Bihar mein voh na sirf bina investment ke channel air karwa denge balki 30 se 40 lakh tak ka ad revenue bhi dilwa denge. Magar unhen kuch karne kee izazat nahin dee gayee.Yadi Lokesh sir naheen hote to 365 Din 12 december to kya aaz tak launch naheen ho paata. Unhoane aise samaye mein channel launch karaya tha jab lease line, MCR, PCR kee baat to door studio tak naheen tayaar tha aur house mein ek-ek aadmi ne haath khare kar diye the. Lokesh sir jab june 2008 mein aaye the to yahan ek bhi story edit naheen hoti thee. Unhoane hee saara system khara kiya aur 4 maheene mein 1700 stories kaa buffer stock khara kar diya. Lokesh sir baar-baar system banate the aur CEO baar-baar use dhwast karte the. Ek taraf CEO ne na jane kitne logon ko iss baat ke liye nikaal diya kee vo ad naheen laane ko tayaar the , doosri taraf jab Lokesh Sir unhe kahte the kee jitna ad chahiye hum arrange karten hain to vo ignore kar jaate the. Unhen dar tha kee kaheen unkee asliyat sabko na pata chal jaye.In saare haalat aur CEO aur unke gundon se khatra dekh kar Jharkhand Police ne Lokesh sir aur unke parivar ko security dey dee hai aur Lokesh sir kisi se darne vaale naheen hain.

Aapse milne aa rahe 102 logon men Ranchi se aise 32 log hain jo nikale jaa chuke hain, iss samay kaam kar rahe 23 log hain, Patna se 7, Dilli se 4, Raipur se 7, Bihar ke 17 field reporters aur Jharkhand ke 12 field reporters shamil hain.

Sir, aapne zaroor pichle janmon men kaafi punya kamaya hoga jo aapko aisi dedicated teem mili thee jo channel ko no.1 banane ke liye jaan dene tak ko taiyaar thee. Magar Jainasur ne sab kuch khatm kar diya aur poddar group per kaleekh poat dee. Vaise abhee bhee jyada der naheen hui hai. Aap hamare gurdian hain . Apne bacchon per poora bharosa rakhiye aur sirf 3 maheene ke liye channel hum per chod deejiye. Lokesh Sir ke netritva mein hum sirf 3 maheenen men vo kar dikhayange jo media jagat mein ek ittihas ban jayega.

Aapke aashirvad ke abhilashi,

365 Din parivar ke hum 102 sadayasya

Friday, 27 February 2009

देश खतरे में---युवा आगे आओ

मैं इस बार फ़िर राजनीति पर ही भों-भों करूँगा ,खासकर भारतीय राजनीति पर। माकूल माहौल भी है और मिजाज भी फ़िर कैसे मौका गवाऊं। मैं जब से भारतीय राजनीति को समझा ,तब से यही अहसास होता रहा की यह क्षेत्र गंदगियों का अम्बार हैजहाँ समाज की तमाम गन्दगी इकट्ठी हुई है । मुझे लगा की यह सिर्फ़ मेरी अपनी राय है किंतु नहीं ,यह हर उस परिवार या समाज की राय है जो अपने भविष्य को लेकर स्वर्णिम सपने गूंथते हैं।लोगों का कहना या समझना यही है की राजनीति ही वो क्षेत्र है जहाँ से तमाम ग़लत कार्य संपादित किए जाते हैं। आतंकवाद,उग्रवाद भ्रष्टाचार,नरसंहार,स्मगलिंग ,चोरी-डकैती आदि कार्यो का रिमोट कंट्रोल इसी फिल्ड में रहता है.वैसे इंदिरा,राजीव,अटल,सिंधिया,जय प्रकाश जैसे हस्तियों के कार्यों से यह क्षेत्र निश्चित तौर पर ख़ुद पर स्वाभिमान करता होगा लेकिन ऐसे सैकड़ों राजनेता यहीं पर हैं जो सामाजिक रणनीतियां तय करते हैं और उनकी यही रणनीति समाज को कमजोर करती है ,तोड़ती है।
बेरोजगारों की लम्बी फौज को देखने से मालूम होता है की हम किस दिशा की ओर जा रहे है। युवा पीढी हमेशा ही कलक्टर,एस पी.डाक्टर,इंजीनियर ऍम बी ऐ ,या कोई तेच्नीकल कोर्स कर मल्टी नॅशनल कंपनी ज्वाइन करने की बात करते हैं या कैरियर बनाने में लगे हुये हैं.बच्चे या अभिभावक,माता-पिता सभी अपने बच्चों की कैरियर के प्रति सजग और सक्रिय हैं ,पर कोई भी नहीं चाहता की उनका बच्चा का कैरियर राजनीति हो .एक कहावत है की यदि आपको दुश्मनी निकलना हो तो किसी को चुनाव में खड़ा करा दो,ख़ुद -ब-ख़ुद बर्बाद हो जाएगा.ये आम धारणा है पर खास लोगो ,जिन्हें राजनीति विरासत में मिली है उनके लिए तो दूसरा कोई फ़ील्ड नागवार ही है ।
............................ लेकिन अब युवा पीढी को अपने से ,अपने स्वार्थ से ऊपर उठाकर राजनीति को अपना कैरियर यानि सर्विस फ़ील्ड बनाना ही होगा.आज अपने सोच-विचार को बदलने की ज़रूरत है .देश को ,समाज को, राज्य को, यहाँ तक की अपने घर को सुंदर,स्वच्छ और सुखद बनाना का सपना यदि युवा पीढी संजोयी है तो उन्हें इन सपनों को साकार करने के लिए राजनीति में आना ही होगा आप युवा अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते ......जब तक पढ़े-लिखे, विचारवान,समझदार,संवेदनशील लोग राजनीति में नहीं आयेंगे,तबतक इस देश का हाल बेहाल बना रहेगा .भाई-भाई को मारेगा,क्षेत्रवाद के नाम पर लोग निर्दोषों को मारेंगे .हर रोज समाज टूटेगा ,परिवार बिखरेगा,राष्ट्र कमजोर होगा.देश के दुश्मन, विभिन्न बहानों से हमें मारेंगे पीटेंगे,नोचेंगे .दस की संख्या में आकर करोड़ों को परेशां करते रहेंगे ......तो दोस्तों आप भी युवा पीढी को प्रेरित करने के लिए भों-भों भों -भों-भों करते रहो हम तो करन्गे ही -------भों-भों-भों-भों-भों-भों-भों- !!!जय भारत,जय युवा !!!

Saturday, 21 February 2009

सुशाषण बाबू के बिहार में युवा कलाकारों का शोषण

लुमर तो भों-भों करेगा ही ,बात है पिछले वर्ष बिहार में हुए युवा उत्सव की .बिहार भर से युवा कलाकारों का चयन जिला प्रशासन द्वारा किया गया .दूर-दराज़ के गांव के कलाकार बहुत ही मशकत के बाद जिला मुख्यालय पहुंचे ,जो चुनने लायक थे (पैरवी से )उन्हें चुन लिया गया,बाकि को वापिस भेज दिया गया। यह बात है बिहार के लगभग सभी जिलों की ,मगर यहाँ बात करेंगे हम भोजपुर जिला की। यहाँ कलाकारों को लगातार दो दिनों तक रखा गया .परन्तु न खाने-पीने की व्यवस्था की गयी और न ही उनके ठहरने के लिए कोई जुगाड़ ,जबकि ये कलाकार लगभग पचास-साठ किमी से आए थे .मज़े की बात तो यह है की सरकार की तरफ़ से इन कलाकारों के लिए सभी व्यवस्था करने का स्पष्ट निर्देश था ,परजैसा की प्रशासन के काम में हुआ करता है ,सब कुछ कागजों पर ही हो गया । कलाकारों ने जिलापदाधिकारीसे मुलाकात भी की ,पर कोई फायदा नहीं । उन्होंने सचिव ,कला एवं संस्कृति विभाग ,बिहार से भी बात की ......कुछ भी हाथ नहीं लगा ......!
........aur kahani yahin par khatm nahin huee ,भोजपुर से लगभग चालीस-पचास कलाकारों को चुनकर जिला से राज्य स्तर के लिए पटना भेजा गया ,कलाकारों को समझा कर भेज दिया गया कीवहां आपको साडी सुविधाएँ मिलेंगी और आने-जाने का खर्च व् जिला स्टार पर भाग लेने का खर्च पटना से लौटकर आने पर दे दिया जाएगा । बेचारे बिहार के कलाकार पटना पहुच गए ,उन्होंने वहां भी कार्यक्रम पेश किया ,पर की व्यवस्था ...................भगवन ही बचाए । लोग बाथरूम जाते तो पानी नदारद .दिसम्बर के जड़े में कलाकारों को ओढ़ने के लिए फटा कम्बल दिया गया .यही नहीं अगर ये लोग खाने के स्थान पर एकदम सुबह नहीं पहुंचाते तो उन्हें दिनभर भूखे रह जन पड़ता । यहाँ भी कलाकारों को ठगा गया .आने -जाने का भाडा पटना में भी नही मिला । । उनमें से एक ने जब प्रशासनिक अधिकारी से भाड़े के बारे में बात की ,तो उनका जवाब था .........आप लोग तो नौटंकी में माहिर हो,नाच-गा दो पैसे मिल जायेंगे । बेचारे .....कलाकार .....प्रशासन और सरकार के मारे हुए किसी तरह घर वापिस पहुंचे ,रेल का बिना भाडा चुकाए ,रेलवे पुलिस का डंडा खाकर वापिस आरा अपने घर पहुंचे। एक तरफ़ जहाँ कलाकार की जय हो-जय हो-हो रही है। उसके कारन पुरे विश्व में अपने देश का सम्मान बढ़ा है ,वहीं बिहार में कलाकार अपने वजूद को बचाने में लगे हुए हैं.

Friday, 20 February 2009

लुमर अब भोंकेगा

लुमर अब भोंकना चाहता है.इंसानों की जाति से निकलकर वो कुता बन इस बदलती दुनिया को जानना चाहता है.कुता और इन्सान के बीचकी दूरी के कारणों के अवयवों से वाकिफ होकर इस दुनिया को खासकर हमें चाहने वालों को वफादारी दिखाना चाहता है की कैसे आप कुता को मारते रहते हो, दुत्कारते रहते हो ,बावजूद इसके वो आपके दरपर पड़ा रहना ही आपणा कर्तव्य समझता रहता है।
आप लोग तो कुता से अच्छ तरह से वाकिफ होंगे ही ,आप किसी भी कुते को एक-दो रोज सरी हुई रोटी के टुकड़े को डाल दो ,फ़िर देखो आप ,वो कुता आपका कितना वफादार हो जाता है। आप लाख उसे मारो-पीटो,मगर वो हमेशा ही आपका भला ही चाहेगा।
इधर मेरे ख्याल में अपने अन्नदाता के खिलाफ तरह-तरह के ख्याल उबल रहे हैं ,मेरे अन्दर का एक छोटा इन्सान मुझे बार-बार कुता बनने के लिए प्रेरित कर रहा है की जाओ जाकर उस कुत्ते से नमकहलाली का पाठ सीखो.......और फ़िर क्या था मैंने अपनी आत्मा से बहुत सारे सवाल जवाब किए और बन गया कुत्ता । सही मायने में कुत्ता ,वो कुत्ता जो सिर्फ़ वफादारी ही करेगा,जो बातें अच्छी नही लगेगी उसपर केवल भोंकेगा ..भों ...भों...भों...भों...भों..भों... अन्नदाता भी उसकी विरोध की प्रक्रिया को नहीं समझ सकते ,क्योंकि समझने के लिए भावनाएं होनी चाहिए और जिनके पास भावनाएं होंगी वो इन्सान के रूप में ज्यादा दिनों तक अपनी इंसानियत को नहीं बचा सकता।
..............लुमर को अपनी इंसानियत से बहुत प्यार है......... भले ही उसे दोहरी ज़िन्दगी अर्थात कुते की ज़िन्दगी जीना पड़े .कम से कम वो ग़लत बातों के खिलाफ आवाज़ तो ज़रूर उठाएगा । तो ॥आदरनिये पाठक गण ,अब आप लुमर शाहाबादी से तो नहीं ,किंतु आप लुमर भों-भों से अवश्य बात करेंगे.निशिचित तौर पर दुनिया की हर सचाई से लुमर भों-भों आपको वाकिफ कराएगा । कहा गया है की खग जाने खग ही की भाषा-- अर्थात लुमर की बात को समझाने केलिए आपको भी भों-भों करना ही होगा
चलते-चलते सोमनाथ साहब ने सांसदों के लिए बिल्कुल सही भों-भों किया था,किंतु बाद में वो फ़िर सच्चाई पर परदा डाल दिए .खुशी इस बात की ज़रूर हुई की कुछ तो लोग है ही जो भों-भों करना चाहते हैं भले ही कुछ पल के लिए ही सही।

Sunday, 15 February 2009

केन्द्र में कांग्रेस और बिहार में नीतीशकी सरकार हो

बिहार की राजनीतिमें अब धीरे-धीरे उबल आना शुरू हो चुका है। एक तरफ जहाँ लालू रेलवे के बहानेअपना वोट बैंक बनाने की सोच रहे हैं वहीं नीतीश भी सरकार को गांव -गांव पंहुचा रहे हैं। लूमर भी दिल्ली से मन बनाकर बिहार जा पहुँचा है। नीतीश के साथ भी कई जगहों पर घूमा तथा लालू-रामबिलास-सोनिया के क्षेत्रों में भी घूम रहा है . बिहार की आम जनता का मन टटोलने के बाद यही बात सामने आ रही है की ज्यादा लोग केन्द्र में संप्रग तथा बिहार में नीतीश की सरकार चाह रहे हैं .मैंने उतरीबिहार के एक बाढ़ पीड़ित बुजुर्ग जिसकी पूरी फॅमिली उन्हें छोड़कर चली गयी है से पूछा की आप किसकी सरकार चाहते हैं.उन्होंने कहा की हम पीडितों को बिहार सरकार ठीक-ठाक व्यवस्था कर रही है ,चारों ओर विकास दिखना शुरू हो चुका है,लेकिन ऐ बबुआ जी ,हमन खातीरबिहार में नीतीश जी ही चाहिए,परन्तु केन्द्र में सोनिया गाँधी की सरकार बनानी चाहिए .एक युवा ने कहा की केन्द्र सरकार बुजुर्गों से लेकर युवा तथा बच्चों तक की विशेष ख्याल रख रही है।पाकिस्तान को आज पूरे विश्व के सामने नंगा कर दिया गया।
इस मिशन में लूमर कई तरह के लोगों मिले भाजपा में जहाँ अंतर्कलह जबरदस्त है .कुछ लोग आडवानी साहब को प्रधान मंत्री बबन चाहते हैं तो कुछ लोगों को आडवानी पसंद ही नहीं आ रहे हैं.पटना साहिब सीट के लिए जहाँ शत्रुघ्न सिन्हा स्वघोषित भाजपा के उम्मीदवार हैं वहीं आर के सिन्हा जो की मुरली मनोहर जी के खास आदमी हैं भी भाजपा के स्वघोषित उम्मीदवार हैं .वाम, संप्रग सरकार को एटमी मुद्दे को congres सरकार से pichha chudaee थी अब vo फ़िर से कांग्रेस का hath thamana चाह रही है ।
लोग सबसे jyada janta को bevkuf samjhate रहे है .पर इस बार bihar की janta सब कुछ samjhane लगी है . सावधान ..... ऐ netaon अब bari janta ki......

Friday, 13 February 2009

बेल्ग्रामी - प्रेमियों को गिफ्ट

आज लुमरई नहीं ,वैलेंतीनपर बेल्ग्रामी बांटकर आप सबका मुहँ मीठा कराना ही लुमर का गिफ्ट होगा । चुकी आजकल प्रेम का बसंती बयार चारों ओरदिख रहा है तो भइया क्यों नहीं थोडी बात बेल्ग्रामी अर्थात खुरमा पर हो जाए। बिहार का आरा शहर अनेक मामलो में विश्व विख्यात रहा है.आराsऐ ही प्रसिद्ध गणितज्ञ डॉ वशिष्ठ नारायण ,जगजीवन बाबू ,रामसुभग सिंह,जैसी हस्तिया जुड़ी रही है ,इसी आरा से महज़ पञ्च किमी की दुरी पर है उदवंतनगर गाँव । इसी गाँवमें बेल्ग्रामी मिठाई बनती है जिसे बहुत लोग खुरमा के नाम से भी जानते है। छेना,चीनी से बनने वाला बेल्ग्रामी को पसंद करने वाले दिल्ली,मुम्बई, बंगलौर ,कलकाता ,मद्रास ही नहीं विदेशो में भी लोग ले जाते हैं।
रूप-रंग

देखने में बिल्कुल अनगढ़ की तरह दीखता है ,परन्तु अन्दर से मिठास के साथ साथ रसीला भी होता है। बिल्कुल भोजपुरी जवानों की तरह .भोजपुर के लोग बातचीत में जैसे लाठी मारवाभाषा की तरह बात करते हैं तथा व्लोग अन्दर से उतने ही कोमल ,मिठ्ठे तथा रसीले होते हैं .........तो साहबान लुमर भी इसी मिटटी का रहने वाला है और आप सबके खिदमत पेश करता है -बेल्ग्रामी बे .......ल ग्रा.........मी..........मीठा.....मीठा॥ प्यार ........भरा ...... रसीला............मुलायम .......

Friday, 6 February 2009

बड़ा परपराता

बिहार के एक दैनिक अख़बार के मशहूर कार्टूनिस्ट की एक वाकया के साथ लुमरई करने की गुस्ताखी कर रहा है लूमर। बिहार के यूथ आईकन के नाम से जाने जाने वाले कार्टूनिस्ट महोदय के संपादक जी बिल्कुल ही नए आए हुए हैं। संपादक जी को क्षेत्रीय शब्दों की बहुत ही कम जानकारी है ऐसी बातें आम हो गयी है। इस बात का खामियाजा आए दिन कार्टूनिस्ट महोदय को झेलना पड़ता है.अपने संपादक जी को लिट्टी से लेकर चोखा तक जैसे शब्दों की जानकारी देंना पड़ता है।चुकी कार्टूनिस्ट की खास पहचान अपने कार्टून के साथ साथ कमेन्ट को लेकर ज्यादा है।
एक दिन का वाकयाकार्टूनिस्ट ने पर्पराताजैसे शब्द का प्रयोग अपने एक कार्टून में किया ,फ़िर क्या था संपादक जी जो की बिहार के ही रहने वाले भी थे ,ने इसका अर्थ पूछा - "परपराता " का अर्थ क्या हुआ?
बेचारे परेशां कार्टूनिस्ट उन्हें समझाते समझाते थक गए, पर समझा नहीं पाए । किंतु वो हार नहीं माने,उन्होंने संपादक जी को घर पर एक पार्टी दे डाली । देर रात उनकी पार्टी चलती रही -लिट्टी-मिट की पार्टी थी ,तीखा होने के बावजूद संपादक जी सहित सबने दम भर खाया .देर रात हो जाने से ,रात संपादक जी कार्टूनिस्ट के घर पर ही बिताये ,सुबह हुई वो बाथरूम से निबटकर आए ,संपादक जी बोले --आ हो ... बारा परपराता

Thursday, 5 February 2009

चाँद को फतवा क्यों नही

लूमर आज माफ़ी मांगते हुए लुमरईकरने के लिए लाचार है। लूमर लाचार है.... भला लूमर भी लाचार हो सकता है। अजीब प्रश्न है लेकिन लूमर लाचार है ,क्योंकि धर्म के ठीकेदारों अर्थात धर्मगुरुओं ने अभी तक चाँद मोहम्मद पर फतवा जारी नहीं किया .क्यों फतवा नहीं और यदि कोई यही कारस्तानी की होती तो अब तक अनेक संगठन अपना फतवा जारी कर दिए होते । ये तो सरसार ज्यादती है।


चाँद मोहम्मद उर्फ़ चद्रमोहन.......chand को एक लड़की से मोहब्बतहोता है ,बेचारा शादीशुदा चाँद ,फिजा की खूबसूरती पर फ़िदा हो अत और फ़िदा को पाने के लिए दिमाग चलाता जैसा। वाह , बड़े लोगों की बड़ी बातें। धर्म परिवर्तन कर बन है हिंदू से musalman, कर लेता है dusari shadi। पर नही इतने से भूख नही mitti.......एक दिन achanak gayab हो jata है अपनी फिजा के पास से....और ja girta है फ़िर से pahli पत्नी की गोद me॥ वाह वाह का बात है.......जैसे की दोनों ही khilouna हो आपके लिए। iisse मन भरा तो ooske पास, oosse भरा तो इसके पास। और हमारा समाज दूर खड़ा tali पीट रहा है। चाँद जी आपने कितना हंगामा machaya था , इसी फिजा के लिए , tab पत्नी के aanshu नही दिखे? आज फिजा के aanshu नही दिख रहे। आप जैसे लोगो ने ही aurato को bhogya बनाया है.......ये हैं नेता , जिनका कोई चरित्र ही नही। ओ samaz के thekedaron , kaha है आपका fatwa ? या sonch kund हो गयी है? .... क्या कर रहे हो आप ? उस चाँद ने फिजा को भी धोखा दे कर छोड़ दिया akele रहने को ...?पर नही tumsabka charitra भी तो उसी के jaisa है । या अल्लाह ,अब तू ही कुछ कर ... कम से कम इन्हें sadyabudhi तो दे ही दो.........

Friday, 30 January 2009

गाँधीजी का अपमान

राष्ट्र पिता महात्मा गाँधी की पुण्य तिथि पर गया,बिहार के आयुक्त राम्मैया तथा जिलाधिकारी संजय सिंह ने श्रधांजलि देते वक्त उनका अपमान किया । गया स्थित गाँधी स्मारक पर माल्यार्पण करते वक्त अपना जूता उतरना भी लाज़मी नहीं समझा और जूता पहनकर ही गांधीजी को अपनी श्रन्धांजलि देकर अपनी ड्यूटी पूरी कर ली। यह अधिकारिओयों द्वारा राष्ट्र का अपमान है ।
कहा जाता है की नीतिश सरकार में बयूरोक्रेटेसकुछ ज्यादा हीआकाश में उड़ रहे हैं ,इन्हे यह भी इल्म नहीं है की जिस व्यक्ति ने देश को आजाद करने में अपने आप को न्यौछावर कर दिया उसके प्रति उनकी क्या ज़िम्मेदारी होनी चाहिए ........?

Wednesday, 28 January 2009

हिटलर की कुर्सी खतरे में

हिटलर को बड़ी मुश्किल से आराम ही मिला था की उनकी कुर्सी हिलती नज़र आई।लुमरको जब इस बात की जानकारी हुई की हिटलर आजकल परेशां हैं तो भला लुमर को नींद कैसे आती.जब बात की तह में गया तो मालूम हुआ की ३६५ दिन न्यूज़ चैनेल के सीईओ अमल जैन उनकी हिटलरशाही की कुर्सी पर कब्ज़ा जमाना चाहते हैं। मैंने हिटलर साब से कहा की अब रेतिरेमेन्ट ले लीजिये .अब बुडे भी हो gaye हैं और आपका उतराधिकारी भी काफी टैलेंटेड है .पिछला दो साल का उसका कार्य काफी सराहनिये रहा है।मैनें देखा की हिटलर साब कोई डिसीजन लेने में हिचक रहे हैं तो फ़िर मुझे लगा की अभी इन्हे मैं समझा नहीं पाया हूँ। पिछले दो-ढाई साल में अमल ने लगभग सौ लोगों को अपने यहाँ से हटाया ही नहीं बल्कि उनका सेलरी का पैसा भी रख लिया है। न्यूज़ एडिटर एचआर हेड को ग़लत केस में फंसकर जेल भी भेजवाया। पटना ब्यूरो हेड को भी डिस्टर्ब किया। कोई उसके इच्छ के बिना पेशाब भी नहीं करने जा सकता ।उस सी ई ओ के ऊपर लगभग चौदह क्रिमनल केस है.अभी - अभी दो - चार दिन पहले उसके आतंक से तंग आकर आठलोगो ने ३६५ दिन छोड़ दिया जिसमे न्यूज़ एडिटर कमलेश सिंह,न्यूज़ एंकर विशाल आज़म ,प्रोड्यूसर स्वयाम्बरा , रिपोर्टर प्रशांत अस्सिस्टेंट प्रोड्यूसर मानस आदि हैं। ये सारे लोग चैनेल के नींव से ही जुड़े हुए थे जो अमल जी के शोषण को लगातार झेल रहे थे । -----तो सरकार हिटलर जी अब आपकी कुर्सी चली ही जायगी ,होशियारी इसी में है की आप स्वयं ही अपनी कुर्सी सौंप दे।

कहानी महान गणितज्ञ डाक्टर वशिष्ठ की -साभार आईना,बाल पत्रिका की

बिहार के आरा जिला का छोटा सा गाँवबसंतपुर। यह कोई मामूली गाँव नहीं बल्कि गाँव में १७ अक्तूबर १९४७ को इक जिनिओउस ने जन्म लिया ,उस जिनिउस का नाम वशिष्ठ नारायण सिंह है। कहते हैं इस गणितज्ञ के दिमाग का लोहा पूरा विश्व मानता था। पर सिज्रोफिनिया नमक मानसिक बीमारी के कारन ये शख्स जीवन के सूत्रों में उलझकर रह गया।


प्रारम्भिक जीवन


वशिष्ठ नारायण बचपन सही प्रतिभाशाली थे।इन्होने नेतरहाट स्कूल से पढाई की और १९६३ की हायर सेकोन्दारी परीक्षा में बिहार टौपर बने। आगे की पढ़ाई के लिए साइंस कालेज ,पटना में दाखिला लिया। ये घटना है बी स सि की प्रथम वर्ष की। गणित के विख्यात प्रोफेसर डी नाथ अपना क्लास ले रहे थे,उस समय वशिष्ठ ने एक मैथ को सैट तरीके से बनाकर सबको अच्चम्भित कर दिया .वशिष्ठ की प्रतिभा के कारन कालेज के प्रिंसपल डा नागेन्द्र नाथ उन्हें अपने बेटे की तरह मानने लगे।इसी समय कैलिफोर्निया के विद्वान विज्ञानी डा केलि का साइंस कालेज में आगमन हुआ। डा नाथ ने वशिष्ठ का परिचय डा केली से कराया, मिलकर केलि अच्चम्भित रह गए। उन्होनें वशिष्ठ को शोध के लिए अमेरिका बुलाया। तब वशिष्ठ स्नातक भी नहीं किए थे .इसके लिए एक परीक्षा समिति का गठन किया गया,जहाँ तिन साल के कोर्स को वशिष्ठ ने एक साल में पूरा किया। १९६५ में वे अमेरिका के लिए उड़ान भाड़े ।


----तो दोस्तों सिपाही का बेटा अमेरिका जा पहुँचा ----------------क्रमशः